नशीले पदार्थों की अवैध गतिविधि और वैध गतिविधि क्या है ?

 नशीले पदार्थों की अवैध गतिविधियाँ वे हैं जो कानून द्वारा निषिद्ध हैं और समाज के लिए गंभीर खतरों का कारण बनती हैं। इनमें नशीली दवाओं की तस्करी, गैरकानूनी उत्पादन, वितरण, और बिक्री शामिल हैं। इन गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य मुनाफे के लिए दवाओं का अवैध व्यापार करना होता है, जिससे समाज में नशे की लत, अपराध, और हिंसा जैसी समस्याएँ बढ़ती हैं। तस्करी के रास्ते से यह पदार्थ आम तौर पर सीमाओं के पार भेजे जाते हैं और इससे कई देशों में राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी असर पड़ता है।

दूसरी ओर, नशीले पदार्थों की वैध गतिविधियाँ वे हैं जो चिकित्सा, अनुसंधान, और वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए की जाती हैं। उदाहरण के लिए, मोर्फिन, कोडीन, और अन्य नियंत्रित दवाएँ अस्पतालों और फार्मेसियों में दर्द प्रबंधन और गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती हैं। इन्हें सरकार और चिकित्सा नियामक संस्थाओं द्वारा नियंत्रित और लाइसेंस प्राप्त संगठनों द्वारा ही बनाया और वितरित किया जा सकता है। यह पूरी तरह से कानून के दायरे में आता है और इनका उद्देश्य चिकित्सा लाभ प्रदान करना होता है।

अवैध और वैध के बीच का अंतर यह है कि जहां अवैध गतिविधियों का मकसद आर्थिक लाभ और सामाजिक नुकसान होता है, वहीं वैध गतिविधियों का उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य और चिकित्सा लाभ होता है।

Comments

Popular posts from this blog

उत्तराखंड का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) वित्तीय वर्ष 2024-25

कृषि व्यवसाय और ग्रामीण उद्यमिता विकास