**Civil Registration System (CRS)**

 **Civil Registration System (CRS)** भारत में जन्म, मृत्यु और विवाह जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं को पंजीकृत करने की एक सरकारी प्रणाली है। इसका उद्देश्य देश में जनसंख्या के प्रमुख आंकड़ों को इकट्ठा करना और नागरिकों को कानूनी पहचान प्रदान करना है। 


### CRS के मुख्य उद्देश्य

1. **आधिकारिक रिकॉर्ड**: जन्म, मृत्यु और विवाह की घटनाओं का कानूनी रिकॉर्ड तैयार करना।

2. **जनसंख्या डेटा**: नीति निर्माण, विकास योजनाओं और सामाजिक सेवाओं के लिए विश्वसनीय जनसंख्या डेटा एकत्र करना।

3. **कानूनी पहचान**: नागरिकों को जन्म प्रमाण पत्र और मृत्यु प्रमाण पत्र जैसी कानूनी पहचान देना, जो विभिन्न सरकारी सेवाओं में आवश्यक है।

4. **स्वास्थ्य और जनसंख्या ट्रैकिंग**: यह प्रणाली स्वास्थ्य योजनाओं, जनसंख्या वृद्धि और जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रमों के लिए आंकड़े उपलब्ध कराती है।


### CRS के अंतर्गत पंजीकरण

भारत में जन्म और मृत्यु पंजीकरण **जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम, 1969** के तहत अनिवार्य है। प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में पंजीकरण प्राधिकरण नियुक्त किए गए हैं, जो संबंधित घटनाओं का रिकॉर्ड रखते हैं।


### CRS के लाभ

1. **सरकारी सेवाओं तक पहुंच**: जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र सरकारी सेवाओं जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, और पेंशन में मदद करते हैं।

2. **सामाजिक योजनाओं में समावेश**: विशेषतौर पर सामाजिक योजनाओं में पात्रता सुनिश्चित करने के लिए जन्म और मृत्यु के डेटा का उपयोग किया जाता है।

3. **परिवार की पहचान**: कानूनी और सामाजिक अधिकारों को सुनिश्चित करना, जैसे कि संपत्ति में अधिकार, वंशानुगत अधिकार, आदि।

4. **राष्ट्रीय नीति**: आंकड़ों के आधार पर राष्ट्रीय और राज्य सरकारें योजनाओं और बजट का प्रबंधन कर सकती हैं।


### हाल के सुधार

डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत, अब जन्म, मृत्यु और विवाह प्रमाण पत्र का डिजिटल पंजीकरण और प्रमाण पत्र ऑनलाइन भी उपलब्ध हैं, जिससे नागरिकों को पंजीकरण की प्रक्रिया में तेजी और सुविधा मिलती है।

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