अंधविश्वास उन्मूलन समिति और श्याम मानव
श्याम मानव एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो अंधविश्वास उन्मूलन समिति के संस्थापक और प्रमुख के रूप में जाने जाते हैं। उनका मिशन भारत में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना और अंधविश्वास तथा झूठी धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ लोगों को जागरूक करना है। श्याम मानव का आंदोलन मुख्य रूप से महाराष्ट्र और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय है, जहां वे अंधविश्वास और कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं।
अंधविश्वास उन्मूलन समिति के उद्देश्य:
वैज्ञानिक दृष्टिकोण का प्रचार:
समिति का उद्देश्य समाज में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना और तर्कसंगत दृष्टिकोण को स्थापित करना है।अंधविश्वासों के खिलाफ अभियान:
यह समिति ऐसे अंधविश्वासों और कुरीतियों के खिलाफ आंदोलन चलाती है, जो लोगों को भ्रमित कर आर्थिक और मानसिक शोषण का शिकार बनाते हैं। इनमें तांत्रिक क्रियाएं, जादू-टोना, और अन्य कुप्रथाएं शामिल हैं।नकली बाबाओं और ढोंगी धार्मिक नेताओं का पर्दाफाश:
श्याम मानव और उनकी समिति ने कई नकली बाबाओं और ढोंगी धार्मिक नेताओं को उजागर किया है, जो जनता को अंधविश्वास के आधार पर धोखा देते हैं।कानूनी पहल:
अंधविश्वास और धोखाधड़ी के खिलाफ कड़े कानून बनाने के लिए श्याम मानव और उनकी समिति ने कई अभियानों का नेतृत्व किया। महाराष्ट्र में महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन कानून लाने में उनका अहम योगदान रहा है, जो अंधविश्वास के खिलाफ कानूनी संरक्षण प्रदान करता है।
प्रमुख गतिविधियां:
साक्षात्कार और लेक्चर:
श्याम मानव विभिन्न सार्वजनिक मंचों, साक्षात्कारों, और शैक्षणिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं, जहां वे वैज्ञानिक दृष्टिकोण और अंधविश्वास के खिलाफ जागरूकता बढ़ाते हैं।नकली धार्मिक चमत्कारों का पर्दाफाश:
उन्होंने कई बार मंचों पर धार्मिक चमत्कारों और जादू-टोना के दावों को तर्कसंगत ढंग से खारिज किया है, यह दिखाते हुए कि वे केवल चालबाजी और भ्रम पर आधारित हैं।
निष्कर्ष:
श्याम मानव की अंधविश्वास उन्मूलन समिति का काम भारत में तर्कसंगतता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है, खासकर उन अंधविश्वासों और कुरीतियों के खिलाफ जो समाज में जड़ें जमा चुके हैं। उनका आंदोलन सामाजिक सुधार के लिए महत्वपूर्ण है, और उन्होंने कई सामाजिक कुप्रथाओं को उजागर करके उन्हें चुनौती दी है।
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