**KyotoProtocol संधि** (जिसे अंग्रेज़ी में **Kyoto Protocol** कहा जाता है)

 **Kyoto Protocol संधि** (जिसे अंग्रेज़ी में **Kyoto Protocol** कहा जाता है) एक अंतरराष्ट्रीय संधि है जो जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए बनाई गई थी। यह संधि **संयुक्त राष्ट्र की Framework Convention on Climate Change (UNFCCC)** के अंतर्गत 1997 में जापान के **Kyoto** शहर में अपनाई गई थी।


### मुख्य बिंदु:


1. **उद्देश्य**:

   औद्योगिक देशों द्वारा ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को **कम करना**।


2. **बाध्यकारी लक्ष्य**:

   विकसित देशों के लिए ग्रीनहाउस गैसों (जैसे – CO₂, CH₄, N₂O) को 2008-2012 की अवधि में 1990 के स्तर से औसतन **5.2% कम** करना अनिवार्य किया गया।


3. **प्रवेश तिथि**:

   यह संधि **16 फरवरी 2005** को लागू हुई।


4. **विकासशील देशों की भूमिका**:

   भारत, चीन जैसे देशों पर **प्रतिबंधात्मक लक्ष्य नहीं लगाए गए** थे, लेकिन उन्हें टिकाऊ विकास की दिशा में प्रोत्साहित किया गया।


5. **कार्बन क्रेडिट** और **साफ विकास प्रणाली (CDM)** जैसी व्यवस्थाएं बनाई गईं ताकि विकासशील देश भी पर्यावरणीय परियोजनाओं से लाभ उठा सकें।


6. **दूसरा चरण – Doha Amendment (2012)**:

   इस संशोधन ने 2013-2020 की अवधि के लिए नए उत्सर्जन कटौती लक्ष्य निर्धारित किए, पर कई प्रमुख देश (जैसे – अमेरिका, कनाडा) इसमें शामिल नहीं हुए।


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