अभियान, नीति प्रारूप, और लेख।

 

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1. जनजागरूकता अभियान का विस्तृत प्रारूप

अभियान का नाम:

"पलायन नहीं, पुनर्निर्माण करें!"

अभियान की टैगलाइन:

"गांव बचाओ, पहाड़ सजाओ"

अभियान की अवधि:

6 महीने (दो चरणों में – जनजागरण + समाधान परिचर्चा)

लक्ष्य समूह:

गांव के युवा और महिलाएं

स्कूल-कॉलेज के छात्र

प्रवासी परिवार

पंचायत प्रतिनिधि

स्थानीय प्रशासन


मुख्य घटक:

1. डॉक्युमेंट्री और वीडियो स्टोरीज

शीर्षक: "खाली गांव – एक अंतहीन विदाई"

पूर्वजों के गांव छोड़ने की मजबूरी पर आधारित कहानियां

बुजुर्गों और युवाओं के अनुभव साझा किए जाएंगे


2. सोशल मीडिया अभियान

हैशटैग: #पलायन_नहीं_विकास, #पहाड़_लौट_चलें

1 मिनट की प्रेरणादायक क्लिप्स, इन्फोग्राफिक्स, Q&A सेशन

Instagram/Facebook Live: “मेरे गांव की बात”


3. ग्राम स्तरीय जनसभा व कार्यशालाएं

"गांव की चौपाल" – पंचायत स्तर पर चर्चा

थीम: "पलायन क्यों?" और "रोकथाम कैसे?"


4. स्कूल-कॉलेज सहभागिता

निबंध प्रतियोगिता: “मेरा गांव, मेरा सपना”

दीवार लेखन, लोक-नाट्य, पोस्टर प्रतियोगिता


5. रोज़गार मेलों और स्वरोजगार प्रशिक्षण

सहकारिता, टूरिज़्म, ग्रामीण BPO, जैविक खेती, आदि पर फोकस




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