POK को वापस लेने की एक संभावित रणनीतिक योजना
POK वापस लेने की संभावित रणनीतिक योजना
(भारत के लिए)
1. आंतरिक अस्थिरता का लाभ उठाना
- पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक रूप से कमजोर है।
- भारत को पाकिस्तान के अंदर चल रहे बलूचिस्तान, सिंध, पख्तूनिस्तान जैसे अलगाववादी आंदोलनों का राजनयिक और वैचारिक समर्थन देना चाहिए।
- इससे पाकिस्तान की सेना और सरकार का ध्यान बंटा रहेगा और वे पूरी ताकत से POK को नहीं बचा पाएंगे।
2. अंतरराष्ट्रीय मंचों पर वैधता बनाना
- भारत को लगातार यह याद दिलाना चाहिए कि POK भारत का अभिन्न हिस्सा है (1947 का क़ानूनी विलय + संसद का 1994 का प्रस्ताव)।
- संयुक्त राष्ट्र, G20, SCO, और अन्य वैश्विक मंचों पर भारत को यह नैरेटिव मजबूत करना होगा कि POK भारत का है और पाकिस्तान ने अवैध कब्जा किया है।
- CPEC जैसे मुद्दों को भी उठाना चाहिए — चीन को भी अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन में फंसाना चाहिए।
3. POK के अंदर जन-विद्रोह को प्रेरित करना
- POK के लोगों (गिलगित-बाल्टिस्तान और मुज़फ्फराबाद क्षेत्र) में असंतोष पहले से है।
- भारत को मीडिया, सोशल मीडिया, और गुप्त चैनलों के जरिए वहां लोगों में आज़ादी के लिए उत्साह बढ़ाना चाहिए — "भारत में शामिल होने" के सपने को ताकत देनी चाहिए।
4. सीमित और लक्षित सैन्य कार्रवाई (Surgical Hybrid Operations)
- जब सही समय आए (पाकिस्तान आंतरिक रूप से चरम पर कमजोर हो), भारत को सीमित सैन्य अभियान शुरू करना चाहिए।
- बड़े युद्ध से बचते हुए —
- सीमावर्ती चौकियों को निशाना बनाना,
- रणनीतिक शहरों (जैसे मीरपुर, मुज़फ्फराबाद) को घेरना,
- और POK में 'फ्री ज़ोन' बनाना (जैसे आज़ाद क्षेत्र)।
- बिना ज्यादा खून-खराबे के तेजी से क्षेत्र पर नियंत्रण बनाना।
- विशेष बल (Special Forces) और स्थानीय समर्थन का उपयोग करना।
5. लोकल सरकार बनाना और दुनिया को दिखाना
- जब कुछ हिस्सा भारत के कब्जे में आ जाए, तुरंत वहां पर एक स्थानीय नागरिक प्रशासन बनाना चाहिए (जैसे POK की जनता के लिए अस्थायी सरकार)।
- इसका उद्देश्य यह दिखाना है कि भारत सिर्फ जमीन नहीं, बल्कि जनता के भले के लिए काम कर रहा है।
- फ्री इंटरनेट, रोजगार योजना, और विकास कार्य तेज़ी से शुरू करने चाहिए।
6. चीन और वैश्विक शक्तियों से मुकाबले की तैयारी
- चीन CPEC के कारण हस्तक्षेप कर सकता है।
- भारत को दक्षिण चीन सागर, ताइवान, अरुणाचल जैसे मुद्दों पर अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया के साथ गठजोड़ और समर्थन मजबूत रखना होगा।
- एक फुल-फ्लेज्ड युद्ध से बचते हुए राजनयिक और आर्थिक दबाव से चीन को तटस्थ बनाना पड़ेगा।
7. POK को भारतीय संविधान में पुनः शामिल करना
- अंतिम चरण में, संसद में विशेष प्रस्ताव पास कराकर
- POK को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के साथ औपचारिक रूप से मिलाना,
- और वहां विशेष आर्थिक और सामाजिक पैकेज देना।
- ताकि वहां शांति स्थापित हो और पाकिस्तान समर्थक ताकतें कमजोर पड़ जाएं।
संक्षिप्त सूत्र वाक्य
"राजनीतिक वैधता + स्थानीय समर्थन + सीमित सैन्य बल + वैश्विक कूटनीति = POK की वापसी"
Comments
Post a Comment