उत्तराखंड की खुशी का स्तर
इंडिया हैप्पीनेस रिपोर्ट 2020 के अनुसार, उत्तराखंड को भारत के सबसे कम खुशहाल राज्यों में स्थान दिया गया था, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के साथ।
इस रिपोर्ट में खुशी को छह प्रमुख कारकों के आधार पर आंका गया था:
1. पारिवारिक और सामाजिक संबंध
2. काम से जुड़ी परिस्थितियाँ (जैसे आय और विकास)
3. सामाजिक मुद्दे और परोपकार
4. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य
5. धार्मिक या आध्यात्मिक जुड़ाव
6. COVID-19 का प्रभाव
हालांकि, खुशी का स्तर समय के साथ बदलता रहता है, और नीतियों, सामाजिक परिस्थितियों और आर्थिक कारकों से प्रभावित होता है।
विश्व खुशी रिपोर्ट (World Happiness Report) दुनिया के देशों की खुशी और जीवन की गुणवत्ता का आकलन करती है, लेकिन यह आमतौर पर राज्य-स्तर पर विस्तृत डेटा प्रदान नहीं करती।
इसके अलावा, मानव विकास सूचकांक (HDI) जीवन प्रत्याशा, शिक्षा और प्रति व्यक्ति आय जैसे कारकों पर आधारित होता है। उत्तराखंड का HDI मूल्य 0.686 है, जो मध्यम स्तर के विकास को दर्शाता है।
यदि आपको उत्तराखंड की वर्तमान खुशी के स्तर पर नवीनतम जानकारी चाहिए, तो राज्य सरकार या स्थानीय विश्वविद्यालयों द्वारा किए गए हालिया सर्वेक्षणों को देखना सबसे उपयुक्त रहेगा।
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