भारत में ESG निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार और उद्योगों की क्या भूमिका हो सकती है?



भारत में ESG (Environmental, Social, and Governance) निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार, कॉर्पोरेट सेक्टर, और MSME को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। यह निवेश हरित ऊर्जा, टिकाऊ कृषि, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, और सामाजिक प्रभाव वाले व्यवसायों को वित्तीय सहायता देता है और भारतीय कंपनियों को वैश्विक निवेश बाजार से जोड़ता है।


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1. भारत सरकार की भूमिका

1.1 ESG नीतियाँ और ग्रीन फाइनेंसिंग स्कीम

🇮🇳 SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने ESG रिपोर्टिंग अनिवार्य की है ताकि कंपनियाँ पारदर्शी बनें।
🌱 "राष्ट्रीय ग्रीन हाइड्रोजन मिशन" और "PLI स्कीम" हरित निवेश आकर्षित करने के लिए बनाई गई हैं।
💰 "SIDBI Green Fund" और "National Adaptation Fund for Climate Change (NAFCC)" जैसे सरकारी कोष ESG फंडिंग को बढ़ावा देते हैं।

1.2 कार्बन क्रेडिट और ग्रीन बॉन्ड मार्केट का विस्तार

🔹 "भारतीय कार्बन मार्केट (ICM)" विकसित करके MSME और स्टार्टअप्स को कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग में भाग लेने का अवसर देना।
🔹 "ग्रीन बॉन्ड" जारी करने के लिए टैक्स में छूट और निवेशकों को प्रोत्साहन।
🔹 ESG आधारित टैक्स बेनेफिट – टिकाऊ व्यवसायों को GST छूट, आयकर में कटौती, और सब्सिडी दी जा सकती है।

1.3 MSME और स्टार्टअप्स को ESG निवेश के लिए समर्थन

🚀 MSME और स्टार्टअप्स को ESG आधारित क्रेडिट स्कीम के तहत रियायती दरों पर लोन देना।
🌿 ग्रीन टेक स्टार्टअप्स को "Startup India" और "Make in India" के तहत प्राथमिकता देना।
🛠️ ब्लॉकचेन और AI आधारित ESG रिपोर्टिंग सिस्टम विकसित करना।


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2. भारतीय उद्योगों की भूमिका

2.1 ESG कोरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) का हिस्सा बनाना

🏭 बड़ी कंपनियाँ अपने सप्लाई चेन में MSME को ESG मानकों पर लाने के लिए मदद कर सकती हैं।
💰 ESG स्टार्टअप्स और कार्बन न्यूट्रल कंपनियों में निवेश करना।
📊 कॉर्पोरेट कंपनियाँ अपने ESG प्रदर्शन की रिपोर्टिंग के लिए ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग कर सकती हैं।

2.2 ESG-फ्रेंडली इनोवेशन और टेक्नोलॉजी अपनाना

🔋 नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश (सोलर, पवन ऊर्जा, इलेक्ट्रिक व्हीकल इंफ्रास्ट्रक्चर)।
🚀 सर्कुलर इकॉनमी (Circular Economy) को बढ़ावा देना – जैसे कि अपशिष्ट प्रबंधन, रिसाइक्लिंग, और ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग।
🌍 कृषि और उद्योगों में कार्बन फुटप्रिंट कम करने के लिए नई तकनीक अपनाना।

2.3 ESG डेटा और पारदर्शिता बढ़ाना

📈 कॉर्पोरेट कंपनियाँ अपने ESG स्कोर को सार्वजनिक रूप से साझा करें ताकि निवेशक बेहतर निर्णय ले सकें।
🔗 सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग के लिए ब्लॉकचेन और IoT तकनीकों का उपयोग करें।
🛠️ स्टार्टअप्स को ESG मानकों पर प्रशिक्षित करने के लिए इनक्यूबेशन सेंटर और एक्सेलेरेटर प्रोग्राम चलाना।


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3. ESG निवेश बढ़ाने के लिए अगले कदम

✅ सरकार ESG निवेश के लिए टैक्स इंसेंटिव और ग्रीन फंडिंग स्कीम बढ़ाए।
✅ MSME और स्टार्टअप्स को ESG प्रमाणन प्राप्त करने में मदद मिले।
✅ ब्लॉकचेन और AI का उपयोग कर ESG रिपोर्टिंग को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाया जाए।
✅ बड़ी कंपनियाँ अपने आपूर्तिकर्ताओं (Suppliers) को ESG निवेश अपनाने के लिए समर्थन दें।


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4. निष्कर्ष और आगे का रास्ता

🔸 ESG निवेश से भारत को ग्रीन इकॉनमी में ग्लोबल लीडर बनने का मौका मिलेगा।
🔸 MSME और स्टार्टअप्स के लिए ESG आधारित वैश्विक फंडिंग के नए रास्ते खुलेंगे।
🔸 सरकार और उद्योगों के सहयोग से ESG निवेश की गति तेज की जा सकती है।


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