CBDC क्या है?

CBDC का मतलब है Central Bank Digital Currency यानी केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा। यह एक डिजिटल रूप होती है उस "मुद्रा" की जिसे देश का केंद्रीय बैंक (जैसे भारत में RBI - Reserve Bank of India) जारी करता है। इसे आप डिजिटल ₹ (डिजिटल रुपया) के रूप में समझ सकते हैं।


🔍 CBDC क्या है?

CBDC बिल्कुल उसी मुद्रा की तरह होता है जो अभी आप नकद (cash) में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह डिजिटल रूप में होता है और इसे किसी भी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी की तरह नहीं बल्कि सरकार द्वारा नियंत्रित और सुरक्षित तरीके से जारी किया जाता है।


🔑 CBDC के मुख्य फायदे:

  1. नकदी पर निर्भरता कम होगी।
  2. लेन-देन तेज और सस्ता होगा।
  3. भ्रष्टाचार और काले धन पर रोक लगेगी।
  4. CBDC को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है।
  5. डिजिटल इकोनॉमी को बढ़ावा मिलेगा।

🇮🇳 भारत में CBDC (डिजिटल रुपया):

  • भारत में CBDC का नाम है: e₹ (ई-रुपया / Digital Rupee)
  • इसे दो प्रकारों में लागू किया गया है:
    1. e₹-W (Wholesale) – बैंक के बीच बड़े लेन-देन के लिए (1 नवम्बर 2022 से शुरू)
    2. e₹-R (Retail) – आम जनता के उपयोग के लिए (1 दिसम्बर 2022 से पायलट प्रोजेक्ट शुरू)

📅 CBDC कब तक पूरी तरह लागू होगा?

👉 RBI ने फरवरी 2023 में संसद में बताया था कि CBDC का रिटेल संस्करण (e₹-R) कई शहरों में ट्रायल बेसिस पर चल रहा है।

👉 जून 2024 तक डिजिटल रुपया चुनिंदा बैंकों और शहरों में UPI के साथ भी टेस्ट किया गया है।
पूर्ण रूप से लागू होने में 2025-26 तक का समय लग सकता है, लेकिन यह धीरे-धीरे पूरे भारत में फैलाया जाएगा।


🏦 कौन-से बैंक जुड़े हैं डिजिटल रुपये से?

  • State Bank of India (SBI)
  • ICICI Bank
  • HDFC Bank
  • Yes Bank
  • Union Bank of India
  • Bank of Baroda
  • Kotak Mahindra Bank
  • IDFC First Bank
    (और अन्य भी)

📲 CBDC का उपयोग कैसे कर सकेंगे?

  • मोबाइल ऐप के ज़रिए (जैसे UPI ऐप)
  • डिजिटल वॉलेट में सीधे CBDC रूप में पैसा होगा
  • QR कोड स्कैन करके भुगतान किया जा सकेगा
  • बिना बैंक खाता भी कुछ हद तक उपयोग संभव होगा (फ्यूचर वर्जन)


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